Pm Kisan Samman Nidhi Yojna 15th Installment: यदि आप किसान हैं और पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे हैं तो यह आपके लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। हम आपको बता दें कि योजना की अन्तर्गत 15वीं किस्त शीघ्र ही जारी होना प्रस्तावित है। अगली किस्त का लाभ प्राप्त करने के लिए तीन कार्य कराया जाना अति आवश्यक है।
- ई-केवाईसी
- बैंक खाते को आधार से लिंक कराना
- बैंक खाते एवं आधार को एनपीसीआई में सीडिंग
किस्त रुक गई है, करें यह काम
उक्त तीनों कार्यों में से कृषक का कौन सा कार्य योजना के तहत होना शेष है। इसकी जानकारी अपने पंचायत सहायक/ग्राम प्रधान के माध्यम से कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी से प्राप्त कर सकते हैं। 15वीं किस्त पाने को ई-केवाईसी करने के लिये पीएम किसान सम्मान निधि वेबसाइट में फार्मर कॉर्नर पर ई-केवाईसी पर जाकर अपने मोबाइल/लेपटॉप से ओटीपी (OTP) के माध्यम से अथवा जन सेवा केन्द्र पर जाकर ई-केवाईसी पूर्ण करा सकते हें। बैंक खाते को आधार से लिकिंग तथा आधार व बैंक खाते को एनपीसीआई में सीडिंग का कार्य बैंक से सम्पर्क स्थापित कर कराना होगा।
यदि किसी का स्टेटस रिजेक्टेड बाई पीएफएमएस है, तब भी उसे अपने बैंक खाते को आधार से लिंक कराना तथा आधार व बैंक खाते को एनपीसीआई में सीड कराना होगा। इसके बाद किस्तें आना शुरू हो जाएंगी। यदि किसी अन्य कारण से कृषक की किस्तें रूक गई है, तब वह पंचायत सहायक एवं ग्राम प्रधान के माध्यम से कृषि विभाग के कर्मचारी से सम्पर्क स्थापित कर त्रुटियों का निराकरण करा लें। यह तीनों कार्य कराने से आपकी 15वीं किस्त आसानी से प्राप्त हो जाएगी।
इस नंबर पर प्राप्त करें संपूर्ण जानकारी
अब घर बैठे होगा पीएम किसान सम्मान निधि से संबंधित समस्या का समाधान। कृषि विभाग द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए व्हाट्सएप नंबर जारी कर दिया गया है। व्हाट्सएप नंबर 78398 82775 पर किसान किसी भी कार्य दिवस में प्रातः 10 बजे से शाम 5 बजे तक फोन करके कंट्रोल रूम से मांगे गए अभिलेख भेज कर अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। यदि कृषक के डाटा में ई-केवाईसी पूर्ण नहीं है तो दो प्रकार से ई-केवाईसी करा सकते है।
- पहला जन सेवा केन्द्र पर जाकर आधार और अंगूठा लगाकर
- दूसरा आप अपने मोबाईल या लैपटॉप से स्वयं कर सकते है।
मोबाईल से ऐसे करें ई-केवाईसी
- अपने मोबाईल पर गूगल क्रोम खोलें।
- टाईप करेंगें “Pmkisan.gov.in”
- उसके बाद “सर्च” पर दबाएं।
- पहले वाले लिंक “Pmkisan.gov.in” पर “क्लिक करना है।
- “ई-केवाईसी” वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।
- यहां अपने आधार कार्ड के 12 अंको को भरें और “सर्च” वाले बटन को दबाएं।
- यहां अपना मोबाईल नम्बर भरें और “गट मोबाईल ओ.टी.पी.” के बटन को दबाएं।
- मोबाईल नम्बर पर एक 4 अंक का “ओ.टी.पी.” आएगा।
- उस “ओ.टी.पी.” को खाली बॉक्स में भरके “सब्मिट ओ.टी.पी.” के बटन पर क्लिक करें।
- आधार पर लगे मोबाईल नम्बर पर फिर से एक 6 अंको का “ओ.टी.पी.” और आएगा।
- उस “ओ.टी.पी.” को आखरी खाली बॉक्स में भरकर “सब्मिट का बटन दबाएं।
- आपकी ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो गयी है।
ध्यान दें यदि आपके पास ओ.टी.पी. नहीं आ रहा है, तो इसका मतलब है कि आपके आधार पर मोबाईल अपडेट नहीं है। आपको जन सेवा केन्द्र पर जाकर अंगूठा लगा कर ई-केवाईसी करानी होगी।
एन.पी.सी.आई. में आधार सीडिंग
यदि कृषक द्वारा अपने बैंक खाता और आधार संख्या को एन०पी०सी०आई० सीड नहीं कराया गया है, तो अपनी बैंक शाखा में जा कर खाते और आधार संख्या को एन०पी०सी०आई० सीड करा लें।
भूलेख अंकन
यदि कृषक के डाटा में भूलेख अंकन नहीं है। कृपया आवेदक भूलेख सत्यापन हेतु नवीनतम खतौनी की प्रति संबंधित विकास खण्ड के राजकीय कृषि बीज भण्डार पर उपलब्ध करा दें, ताकि अग्रिम कार्यवाही पूर्ण की जा सके।
तहसील द्वारा रिजेक्ट होने पर
ऐसे कृषक जिन्होंने वर्ष 2019 में जन सेवा केन्द्र एवं स्वयं से पंजीकरणों कराए थे, उनमें से कुछ का डाटा कमियों के कारण तहसील एवं कृषि विभाग द्वारा रिजेक्ट कर वापस किया जा रहा है, क्योंकि उस समय आधार एवं भूलेख खाता विवरण अपलोड की व्यवस्था नहीं थी। कुछ डाटा में आधार एवं खतौनी अपठनीय होने के कारण भी रिजेक्ट किया जा रहा है। ऐसे कृषकों को जन सेवा केन्द्र पर जाकर Pmkisan.gov.in वेबसाईट के फार्मर कॉर्नर में ‘स्टेटस ऑफ सेल्फ रजिस्टैंड से देखकर अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर का प्रयोग करते हुए जन सेवा केन्द्र पर ही आधार एवं भूलेख खाता / खतौनी विवरण की स्पष्ट छायाप्रति अपलोड करानी है।