LOH PURUSH: राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती

SARDAR BALLABH BHAI PATEL: जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी की अध्यक्षता में लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयन्ती ’’राष्ट्रीय एकता दिवस’’ के रूप में मनाने हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। सरदार पटेल न होते तो भारत के अखण्ड राष्ट्र का स्वरूप आज हमारे सामने न होता। हम विशाल देश में निवास कर रहे हैं, यह अखण्ड भारत सरदार पटेल की देन है, इसकी एकता, अखण्डता को हम सब ने बनाये रखना है। सरदार वल्लभ भाई पटेल
भारत में रहने वाले सभी लोग एक हैं और एकता की मिशाल कायम किये हुये हैं और अलग भाषा धर्म तथा जाति के बावजूद भी हम सबको एकता के सूत्र में पिरोने का श्रेय सरदार पटेल को जाता है। महापुरूषों के जन्मदिवस हम इसलिये मनाते हैं कि हम उनके सिद्धांतों, देश की एकता के लिये किये गये प्रयासों की जानकारी हमे हो सके और उनकी कुर्बानियों को याद करके हम भी अपने देश की आजादी व अखण्डता बनाये रखने में अपना भी योगदान दे सकें। सरदार वल्लभ भाई पटेल 

अखण्ड भारत सरदार पटेल की देन है

जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी की अध्यक्षता में लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 147वीं जयन्ती ’’राष्ट्रीय एकता दिवस’’ के रूप में मनाने हेतु कलेक्ट्रेट परिसर स्थित गांँधी सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी ने लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर अपने विचार व्यक्त करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि सरदार पटेल न होते तो भारत के अखण्ड राष्ट्र का स्वरूप आज हमारे सामने न होता। देश की आजादी के समय छोटे-छोटे राजा, रजभवाड़े, रियासतें, नवाब आदि अलग-अलग थे, जिन्हे एकता के सूत्र में पटेल ने पिरोया और अखण्ड भारत का निर्माण किया। सरदार वल्लभ भाई पटेल 
पटेल ने आजादी के समय साफ कह दिया था कि सभी रियासतें भारत में विलय होगी और उनका एक संविधान होगा। सरदार पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति और कार्यक्षमता का ही फल है कि हम विशाल देश में निवास कर रहे हैं। यह अखण्ड भारत सरदार पटेल की देन है, इसकी एकता, अखण्डता को हम सब ने बनाये रखना है। उन्होने कहा कि आई0ए0एस0 सेवा की पुर्नस्थापना और सोमनाथ मन्दिर का जीर्णाेधार भी सरदार पटेल जी की देन है। 

सरदार पटेल ने एकता की मिशाल कायम की

उन्होने कहा कि भारत में रहने वाले सभी लोग एक हैं और एकता की मिशाल कायम किये हुये हैं। उन्होने कहा कि अलग भाषा धर्म तथा जाति के बावजूद भी हम सबको एकता के सूत्र में पिरोने का श्रेय सरदार पटेल को जाता है। शपथ में राष्ट्र की एकता, अखण्डता और सुरक्षा को बनाये रखने के लिये स्वयं को समर्पित करने और देश की आंतरिक सुरक्षा में अपना योगदान सुनिश्चित करने का संकल्प लिया गया। शपथ में कहा गया कि सरदार बल्लभ भाई पटेल की दूरर्शिता एवं कार्याे द्वारा जो एकता का भाव बनाया गया है, उसी एकता को हम भी बनाये रखेंगे।

सभी रियासतें भारत में विलय और उनका एक संविधान

अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) श्री भगवान शरण पटेल जी ने कहा कि यदि सरदार पटेल न होते तो भारत के अखण्ड राष्ट्र का स्वरूप आज हमारे सामने न होता। देश की आजादी के समय छोटे-छोटे राजा, रजवाड़े, रियासतें, नवाब आदि अलग-अलग थे, जिन्हे एकता के सूत्र में पटेल ने पिरोया और अखण्ड भारत का निर्माण किया। पटेल ने आजादी के समय साफ कह दिया था कि सभी रियासतें भारत में विलय होगी और उनका एक संविधान होगा। सरदार पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति और कार्यक्षमता का ही फल है कि हम विशाल देश में निवास कर रहे हैं। यह अखण्ड भारत सरदार पटेल की देन है, इसकी एकता, अखण्डता को हम सब ने बनाये रखना है।

सरदार पटेल शुरू ही संघर्षशाील व्यक्ति थे

अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) ने कहा कि भारत में रहने वाले सभी लोग एक हैं और एकता की मिशाल कायम किये हुये हैं। उन्होने कहा कि अलग भाषा धर्म तथा जाति के बावजूद भी हम सबको एकता के सूत्र में पिरोने का श्रेय सरदार पटेल को जाता है। सरदार पटेल जी शुरू ही संघर्षशाील व्यक्ति थे और सच्चे, ईमानदार नेता और हमारे आदर्श रहेगें। उन्होनें कहा कि महापुरूषों के जन्मदिवस हम इसलिये मनाते हैं कि हम उनके सिद्धांतों, देश की एकता के लिये किये गये प्रयासों की जानकारी हमे हो सके और उनकी कुर्बानियों को याद करके हम भी अपने देश की आजादी व अखण्डता बनाये रखने में अपना भी योगदान दे सकें।

हम देश को मिल जुल कर मजबूत बनायेगें

उप जिलाधिकारी सुधीर कुमार ने कहा कि सरदार पटेल देश के प्रथम गृह मंत्री थे।
इन्होने 565 से अधिक रियासतों को मिलाकर मजबूत
और अखण्ड भारत का निर्माण किया।
उन्होने कहा कि सरदार पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति, नेतृत्व, कौशल
और साहस की वजह से उन्हे लौह पुरूष और सरदार जैसे विशेषणों से नवाजा गया।
उन्होने कहा कि पटेल जी को सच्ची श्रद्धांजलि वही होगी जब हम देश को मिल जुल कर मजबूत बनायेगें
और तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ायेंगे।

“भारतीय भाषाओं में राम” नामक पुस्तक सप्रेंम भेट की

इस अवसर पर उपनिदेशक कृषि आबकारी अधिकारी जिला कृषि अधिकारी, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी,
पत्रकार दीपक अग्रवाल, जिलाध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन श्री रामपाल सिंह आदि ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम का संचालन जिला कृषि अधिकारी राजीव कुमार जी द्वारा कुशलतापूर्वक किया।
अन्त में गोष्ठी के उपरान्त अपर जिला सूचना अधिकारी सुभाष चन्द्र द्वारा गोष्ठी में आये समस्त अधिकारी,
कर्मचारियों और पत्रकार बन्धुओं का आभार व्यक्त करते हुये धन्यवाद दिये
और जिला सूचना विभाग की ओर से जिलाधिकारी बाल कृष्ण त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी,
वित्त एवं राजस्व अपरजिलाधिकारी न्यायिक माया शंकर यादव,
अपर उपजिलाधिकारी सुधीर कुमार को “भारतीय भाषाओं में राम” नामक पुस्तक सप्रेंम भेट की।

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