
पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अल-अजीजिया स्टील मिल मामले में खुद को दोषी ठहराए जाने को इस हफ्ते इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे. पीएमएल (एन) प्रमुख को भ्रष्टाचार को लेकर सात साल की कैद की सजा सुनाए जाने के बाद उनके वकील ने रविवार को यह जानकारी दी. पिछले सोमवार को इस्लामाबाद की भ्रष्टाचार रोधी एक अदालत ने 68 वर्षीय शरीफ को अल-अजीजिया स्टील मिल मामले में सात साल की कैद की सजा सुनाई थी लेकिन उन्हें फ्लैगशिप निवेश मामले में बरी कर दिया था.
राष्ट्रीय जवाबदेही अदालत (एनएबी) ने शरीफ पर जुर्माना भी लगाया. शरीफ के वकील ख्वाजा हरीस ने बताया, ‘हमने फैसले (शरीफ पर आए) के खिलाफ अपील का मसौदा लगभग तैयार कर लिया है और इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में इस हफ्ते अपील दायर करेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘हमें अदालत से राहत मिलने की उम्मीद है क्योंकि जवाबदेही अदालत के फैसले में कई त्रुटियां हैं. सोमवार को दोषी ठहराए जाने के बाद शरीफ को एक रात रावलपिंडी की अडियाला जेल में बितानी पड़ी और अगले दिन उन्हें कोट लखपत जेल भेज दिया गया. शरीफ के छोटे भाई एवं नेशनल असेंबली में विपक्षी नेता शाहबाज शरीफ भी एक अन्य मामले में लखपत जेल में हैं. जेल सूत्रों के मुताबिक दोनों भाई एक दूसरे से मिले क्योंकि वे एक ही बैरक में हैं.