
black turmeric
Highlights
- हल्दी को स्वास्थ की दृष्टि से भी अच्छा माना जाता है
- हल्दी दो प्रकार की होती है
- काली हल्दी और पीली हल्दी
खाने में कुछ भी क्यों न बनाना हो हल्दी का इस्तेमाल तो लाजमी है। हल्दी को स्वास्थ की दृष्टि से भी अच्छा माना जाता है, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि हल्दी दो प्रकार की होती है। काली हल्दी और पीली हल्दी। दोनों की तरह की हल्दी का प्रयोग ज्योतिष शास्त्र में किया जाता है। पीली हल्दी के बारे में तो ज्यादातर लोग जानते हैं, लेकिन काली हल्दी के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं। कहते हैं कि काली हल्दी के इस्तेमाल से समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है तो चलिए जानते हैं कैसे-
आर्थिक तंगी से उबारे-
अक्सर लोग आर्थिक तंगी से उबरने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं। अगर आप भी आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं तो काली हल्दी आपके लिए काम की साबित हो सकती है। आर्थिक तंगी से बचने के लिए किसी भी गणेश चतुर्दशी को जब अमावस्या और शुक्रवार का संयोग बने, तब पीले कपड़े में काली हल्दी और एक चांदी का सिक्का रखकर पूजा स्थल पर रखें और फिर इसके बाद तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से पैसों की कमी नहीं होगी और आपको जल्द ही आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलेगा।
व्यापार में हो रही हानि से बचाता है-
माना जाता है कि व्यापार हो रही हानि से बचने के लिए काली हल्दी के उपाय किए जाते हैं। इसके लिए सबसे पहले काली हल्दी को पीस लें। अब उसमें केसर के साथ-साथ पवित्र नदी का जल मिलाएं। इसके बाद कार्यस्थल या दफ्तर में इससे स्वास्तिक का चिह्न बनाएं। इससे आपको व्यापार में फायदा होगा।
फिजूलखर्ची रोके-
फिजूलखर्ची की समस्या को दूर करने के लिए शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को चांदी की डिब्बी में काली हल्दी, नागकेशर और सिंदूर मिलाकर मां लक्ष्मी के चरणों में अर्पित कर दें। इसके बाद इसे तिजोरी या धन रखने वाले स्थान पर रख दें। इससे रुका हुआ सारा धन वापस आ जाता है और फिजूलखर्ची पर विराम लग जाता है।
घर के सदस्यों की सेहत के लिए-
घर में किसी सदस्य की सेहत के लगातार खराब रहने पर गुरुवार के दिन आटे के 2 पेड़े बना लें और उसमें गीली चने की दाल के साथ गुड़ और थोड़ी सी काली हल्दी रखें। इस पेड़े को रोगी के सिर के ऊपर से 7 बार उतारें और फिर गाय को खिला दें। ये उपाय लगातार 3 गुरुवार तक करना है। इससे रोगी की सेहत में सुधार होगा।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले इससे संबंधित पंडित ज्योतिषी से संपर्क करें।