आज के दौर में स्मार्टफोन (स्मार्टफोन की बुरी आदत) ने हमारी रोजमर्रा की जिंदगी को काफी आसान बना दिया है। स्मार्टफोन के बिना ज्यादातर लोगों का जीवन सुचारू रूप से नहीं चल सकता है। जानकारों की मानें तो लोगों को स्मार्टफोन की लत लग गई है। स्मार्टफोन के फायदे भी हैं और नुकसान भी। कई तरह की रिसर्च में यह बात सामने आई है कि स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल से आंखों को नुकसान पहुंचता है और इस वजह से स्लीपिंग डिसऑर्डर भी नहीं आने की समस्या होती है। हैरान करने वाली बात ये है कि ये आंखों के अलावा और भी तरह से सेहत को नुकसान पहुंचाता है, इससे निकलने वाले रेडिएशन का स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
लोग हर समय अपने साथ मोबाइल फोन रखते हैं, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा नहीं माना जाता है। आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि रेडिएशन के कारण फोन को कहाँ नहीं रखना चाहिए। आज हम अपने पाठकों को मोबाइल रखने से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं, उम्मीद है पाठकों को दी जा रही यह जानकारी उनके काम आएगी।
तकिये के नीचे
ऐसा देखा गया है कि युवा भी हर पल फोन अपने पास रखते हैं। रात को सोते समय इसे तकिये के नीचे रखते हैं। जानकारों के मुताबिक मोबाइल से निकलने वाली रेडिएशन दिमाग की सेहत को नुकसान पहुँचाती हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग लगातार तकिए के नीचे फोन रखते हैं, उन्हें एक बार में सिरदर्द और चक्कर आने जैसी समस्या होने लगती है।
पीछे की जेब में
कई लोगों की आदत होती है कि वे फोन को पीछे की जेब में रखते हैं। आजकल युवाओं में फोन को बैक पॉकेट में रखने का चलन चल रहा है। ऐसा करने से भी शरीर को नुकसान पहुंचता है। जानकारों के मुताबिक इस स्थिति में पेट में दर्द और पैरों में दर्द की समस्या हो सकती है। साथ ही इस गलती से आपका फोन टूट या चोरी हो सकता है इसलिए स्मार्टफोन को ऐसे ही रखने से बचें।
शर्ट की जेब में
कई बार लोग जल्दबाजी में या आराम के लिए फोन को शर्ट की जेब में रखने लगते हैं। जानकारों का मानना है कि फोन को ऐसे ही रखने से दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। अगर आप हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी से खुद को बचाना चाहते हैं तो गलती से भी फोन को शर्ट की जेब में रखने की आदत न डालें। कहा जाता है कि फोन से निकलने वाली रेडिएशन दिल को कमजोर कर देती है।
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Web Title-Do not make the mistake of keeping mobile in these places of the body, damage happens