अमेरिका के S&P 500 Index में पूरे साल तेजी बने रहने की संभावना पर फंड मैनेजर्स को काफी भरोसा है, उनका मानना है कि 2021 के अंत तक इस इंडेक्स में कम से कम 10% की तेजी देखने को मिल सकती है.
Investing in US Market, S&P 500 Index: भारतीय निवेशक अगर अमेरिकी शेयर बाजार की तेजी का फायदा उठाना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें क्या करना होगा? इस सवाल का सबसे सीधा जवाब है, S&P 500 ETF में निवेश करके वे अपने इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. जैसा कि इसके नाम से भी पता चलता है, S&P 500 इंडेक्स में अमेरिका के न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड टॉप 500 कंपनियां शामिल हैं. जाहिर है, S&P 500 इंडेक्स को ट्रैक करने वाले किसी ईटीएफ में निवेश का मतलब है, आपका निवेश इस इंडेक्स में आने वाली तेजी के साथ-साथ बढ़ने की पूरी संभावना रहेगी.
S&P 500 पर फंड मैनेजर्स को क्यों है इतना भरोसा?
अमेरिका की टॉप कंपनियों के शेयर्स की चाल को दर्शाने वाले S&P 500 इंडेक्स में जनवरी से अब तक 19.22 फीसदी की तेजी दर्ज की जा चुकी है. इसके मुकाबले भारत के Nifty 50 इंडेक्स में इसी दौरान 12.86 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. फंड मैनेजर्स का मानना है कि S&P 500 में 2021 के अंत तक अभी और 10 फीसदी की तेजी आ सकती है.
बैंक ऑफ अमेरिका के जुलाई महीने के फंड मैनेजर सर्वे के मुताबिक 82 फीसदी निवेशकों को उम्मीद है कि S&P 500 इंडेक्स इस साल के अंत तक कम से कम 10 फीसदी और बढ़ेगा. इतना ही नहीं, कई निवेशक तो यह उम्मीद भी कर रहे हैं कि अगरे छह महीने में अमेरिकी बाजार में बुल रन यानी शानदार तेजी का दौर भी देखने को मिल सकता है.
ETF के जरिए आसान है S&P 500 इंडेक्स में निवेश
सवाल यह है कि अमेरिकी कंपनियों के S&P 500 इंडेक्स में शानदार तेजी की संभावना का फायदा भारतीय निवेशक कैसे उठा सकते हैं? इसका एक आसान रास्ता एक अच्छे S&P 500 ETF में निवेश करना हो सकता है. यानी एक ऐसा एक्सचेंज ट्रेडेड फंड जो न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड टॉप 500 कंपनियों के S&P 500 इंडेक्स को ट्रैक करता हो. एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के रिटर्न आम तौर पर उस इंडेक्स की चाल के साथ ही चलते हैं, जिसे वे ट्रैक करते हैं. हालांकि इसमें कई बार थोड़ा-बहुत ट्रैकिंग एरर आ सकता है.
ये हैं S&P 500 में निवेश करने वाले टॉप ETF:
S&P 500 में शामिल कंपनियों में निवेश करने वाले तीन सबसे बड़े ETF हैं :
Vanguard S&P 500 ETF: 753 अरब अमेरिकी डॉलर के नेट एसेट्स वाला Vanguard सबसे बड़ा S&P 500 ETF है. इसका औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम 39.8 लाख है. जनवरी 2021 से अब तक इसमें 19.27 फीसदी का इजाफा हो चुका है.
SPDR S&P 500 ETF Trust: 374.03 अरब अमेरिकी डॉलर के नेट एसेट वाला SPDR S&P 500 ETF Trust दूसरा सबसे बड़ा S&P 500 ETF है. इस साल में यह अब तक 19.29 फीसदी बढ़ चुका है. जनवरी 1993 में लॉन्च किया गया SPDR S&P 500 ETF अमेरिकी शेयर बाजार में लिस्ट हुआ पहला एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है.
iShares Core S&P 500 ETF: 286.99 अरब डॉलर के नेट एसेट वाला iShares Core S&P 500 ETF अमेरिका का तीसरा सबसे बड़ा S&P 500 ETF है. इस फंड में इस साल अब तक 19.32 फीसदी का इजाफा हो चुका है. इसका औसत वॉल्यूम 45.3 लाख का है.
इन तीनों टॉप ईटीएफ के अलावा कई और एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMCs) के लीवरेज्ड (leveraged) और इक्वल-वेटेड (equal-weighted) जैसे अलग-अलग वैरिएंट भी बाजार में मौजूद हैं.
ETF के जरिए निवेश का फायदा
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या ETF को ईटीएफ ब्रोकर्स की मदद से शेयर बाजार के कारोबारी समय के दौरान कभी भी खरीदा या बेचा जा सकता है. शेयर्स की तरह ही इनका भी अपना खास टिकर सिंबल होता है. इसका एक बड़ा फायदा यह है कि निवेशक शेयर बाजार के कारोबारी घंटों के दौरान इनके भाव पर लगातार नज़र रख सकते हैं. साथ ही ETF में निवेश करने की लागत भी काफी कम होती है. S&P 500 ETF जिस S&P 500 इंडेक्स को ट्रैक करते हैं, उसमें माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), ऐपल (Apple), अमेजन (Amazon), फेसबुक (Facebook), गूगल (Google) और बर्कशायर हैथवे (Berkshire Hathaway) जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं.
(Story: Surbhi Jain)