
कप्तान विराट कोहली के अर्धशतक और महेंद्र सिंह धोनी के साथ उनकी 100 रन की साझेदारी की मदद से भारत ने बुधवार को बेंगलुरु में खेले गए दूसरे और अंतिम टी-20 क्रिकेट मैच में चार विकेट पर 190 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर लिया तो लगा कि शायद मेजबान टीम हिसाब बराबर करने में सफल हो जाए. लेकिन कौन जानता था कि ग्लेन मैक्सवेल के दिमाग में क्या चल रहा है. वह जब क्रीज पर आए तो ऑस्ट्रेलिया चार ओवर के खेल में महज 22 रन पर दो विकेट खोकर मुश्किल में था. लेकिन मैक्सवेल ने नाबाद 113 की तूफानी शतकीय पारी खेलकर मैच का नक्शा बदल दिया. उनकी पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को सात विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप कर दिया. मेहमान टीम ने पहला मैच भी तीन विकेट से जीता था.
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट पर 190 रनों का स्कोर बनाया, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने दो गेंद शेष रहते तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया. ऑस्ट्रेलिया ने विराट कोहली के घरेलू सरजमीं पर सभी प्रारूपों की सीरीज में अजेय रहने के रिकॉर्ड पर विराम लगाया. कोहली की कप्तानी में भारत ने सभी प्रारूपों में पिछली 15 सीरीज में से 14 में जीत दर्ज की थी जबकि एक ड्रॉ रही थी. भारत की घर में यह चौथी द्विपक्षीय सीरीज हार है. वहीं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर में उसकी यह पहली सीरीज हार है. अब इन दोनों टीमों के बीच पांच एकदिवसीय मैचों की सीरीज खेली जाएगी.
भारत से मिले 191 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और उसने 22 रनों के अंदर ही मार्कस स्टोइनिस (7) और कप्तान एरोन फिंच (8) का विकेट गंवा दिया. इसके बाद मैक्सवेल ने डी आर्सी शॉर्ट (40) के साथ तीसरे विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी की. आर्सी शॉर्ट टीम के 95 के स्कोर पर आउट हुए. उन्होंने 28 गेंदों पर छह चौके लगाए. शॉर्ट के आउट होने के बाद मैक्सवेल ने पीटर हैंड्सकांब (नाबाद 20) के साथ चौथे विकेट के लिए 99 रनों की अविजित साझेदारी कर दो गेंद शेष रहते टीम को शानदार जीत दिला दी. मैक्सवेल का टी-20 अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में यह तीसरा शतक है. उन्होंने 55 गेंदों पर सात चौके और नौ शानदार छक्के लगाए. हैंड्सकोंब ने 18 गेंदों पर एक चौका लगाया.
भारत की ओर से विजय शंकर ने दो और सिद्धार्थ कौल ने एक विकेट लिया.भारत को सिद्धार्थ कौल की अनुभवहीनता महंगी पड़ी जिन्होंने डेथ ओवरों में मैक्सवेल को फुलटॉस गेंदें करके रन लुटाए. जसप्रीत बुमराह प्रभावी रहे, लेकिन भारत को लगातार दूसरे मैच में डेथ ओवरों में उनके अदद साथी की कमी खली.
केएल राहुल (26 गेंदों पर 47) से मिली अच्छी शुरुआत को कोहली और धोनी ने बखूबी आगे बढ़ाया. कोहली ने 38 गेंदों पर दो चौकों और छह छक्कों की मदद से नाबाद 72 रन बनाए जबकि धोनी की 23 गेंद पर खेली गई 40 रन की पारी में तीन चौके और तीन छक्के शामिल हैं. राहुल ने अपनी पारी में तीन चौके और चार छक्के लगाए थे. कोहली और धोनी ने चौथे विकेट के लिये 100 रन जोड़े.