ग्वालियर. अगर आप ड्रीम गर्ल (Dream Girl) से मिलने के ख्वाब देख रहे हैं तो सावधान. ड्रीम गर्ल के चक्कर में आप कहीं ठगों के जाल में न फंस जाए. ठगों का गिरोह अब ड्रीम गर्ल के सपने दिखा रहा है और चपत लगाकर भाग जाता है.
ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक ऐसे अंतर्राज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को उनके लाइफ पार्टनर दिलाने का झांसा देता था. उन्हें ड्रीम गर्ल और ड्रीम बॉय का सपना दिखाता था. फिर चपत लगाकर भाग जाता था. क्राइम ब्रांच ने 4 युवतियों सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जालसाज़ों का ये गिरोह फर्जी मेट्रीमोनियल वेब साइट और कॉल सेंटर के जरिए देश के 11 राज्यों के एक हज़ार से ज्यादा लोगों को ठग चुका है. इनसे पूछताछ में कई अहम खुलासे हो रहे हैं.
शहर के तीन इलाकों में फर्जी मेट्रीमोनियल दफ्तर
क्राइम ब्रांच एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया को मुखबिर से इस गिरोह के बारे में सूचना मिली थी. पता चला था कि फर्जी मेट्रीमोनियल कॉल सेंटर चलाया जा रहा है. इस फर्जीबाड़े ठग गिरोह में 4 महिला, 2 पुरुष सहित 6 आरोपी शामिल हैं. इनमे अंजलि बैस, नीलू गर्ग, अंजना डोंगर, कोमल पखारिया, अतुल पाल, जयदीप कुमार को गिरफ्तार किया गया है. सभी पकड़े गए आरोपी ग्वालियर के रहने वाले हैं.
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मैरिज ब्यूरो में फर्जी खेल
इस गिरोह की ठगी के ज्यादातर आदमी शिकार हुए. इनमें उत्तर प्रदेश के एक रिटायर्ड टीआई के अलावा और भी कई बड़े चेहरों की जानकारी पुलिस के हाथ लगी है. ग्वालियर में बीते 2 साल से 3 मेट्रिमोनियल बेबसाइट्स चलायी जा रही थीं. इनमें आदर्श नगर स्तिथ रिश्ते डॉट कॉम, काल्पी ब्रिज स्थित विवाह बंधन और सत्यदेव नगर स्थित ऑनलाइन मैचपॉइंट के नाम से फर्जी मैरिज ब्यूरो खोल रखे थे.
ड्रीमगर्ल बनकर बात करती थीं नाबालिग लड़कियां
कुंवारे और शादी के इच्छुक लडके लड़कियों को उनके सपनों का लाइफ पार्टनर यानि ड्रीम गर्ल और ड्रीम ब्वॉय तक पहुंचाने का वादा किया जाता था. बदले में 500 से लेकर 1000 तक रजिस्ट्रेशन फीस के नाम से लिए जाते थे. उसके बाद रजिस्ट्रेशन कराने वालों से नाबालिग लड़कियों की बात कराई जाती थी, जो कॉल कर मीठी मीठी बातों में फंसाती थीं. बदले में कभी 5000 तो कभी 10000 मदद के नाम पर मांगे जाते थे. वर वधु की चाह रखने वाला भी आसानी से झांसे में आ जाता और खातों में रुपए भेज देता था. गिरोह 2 साल से सक्रिय था और अब तक 11 राज्यों के एक हजार से अधिक लोगों से 50 लाख रुपये से ज्यादा वसूल चुका है.
देश के 11 राज्यों को ठगा
इस गैंग के शिकार होने वाले लोग उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उड़ीसा, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और झारखंड के साथ मध्य प्रदेश के लोग भी शामिल है. इन लोगों से 50 लाख से अधिक की ठगी की गई. पकड़े गए आरोपियों से बड़ी संख्या में कॉलिंग रजिस्टर, 25 मोबाइल फोन,40 सिम कार्ड,1 लैपटॉप सहित 3 कंप्यूटर बरामद हुए है. आईपीसी के सेक्शन 419,420 के तहत मामला दर्ज कर पकड़े गए आरोपियों से और अधिक सख्ती के साथ पूछताछ की जा रही. क्राइम ब्रांच पुलिस को उम्मीद है कि इनके जरिए और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं. पुलिस जांच में मोबाइल फोन के डाटा, लैपटॉप और कंप्यूटर से बहुत महत्वपूर्ण सबूत हाथ लग सकते हैं.
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