शेयर बाजार में मचा हाहाकार, निवेशकों के डूबे 3.3 लाख करोड़, जानिए- क्यों टूटा मार्केट?

Share market LIVE: आज शेयर बाजार (Share market) में भारी गिरावट दर्ज की गई. सेंसेक्स (Sensex) 1,145 अंकों की जोरदार गिरावट के साथ बंद हुआ. आज लगभग तीन हफ्ते के बाद सेंसेक्स 50 हजार के नीचे गिरकर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी (Nifty) भी 306 अंकों की गिरावट के साथ 14,675 के स्तर पर बंद हुआ.Also Read – Share Market LIVE Updates: पश्चिमी देशों के रूस पर प्रतिबंध बढ़ाये जाने से बाजारों में गिरावट, 760 अंक नीचे खुला सेंसेक्स

बता दें, इसी महीने सेंसेक्स (Sensex) ने 52, 500 का स्तर भी पार करने में कामयाब हुआ था. जबकि जनवरी में 50 हजार का स्तर तोड़ने में कामयाब रहा था. फिलहाल बाजार की इस गिरावट में निवेशकों के करीब 3.3 लाख करोड़ रुपये एक दिन में डूब गए हैं. Also Read – NSE, BSE आज से शेयरों के लिए T+1 निपटान शुरू करेंगे, जानें- कैसे निवेशकों और एक्सचेंजों को मिलेगी मदद?

शेयर बाजार (Share market) में गिरावट के कई कारण नजर आ रहे हैं. सबसे पहले तो बाजार बहुत अधिक ऊंचाई पर पहुंच चुका है यानी हाई वैल्युएशन, कमजोर वैश्विक संकेत, कोरोना के फिर बढ़ रहे मामलों और विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बाजार का सेंटीमेंट कमजोर हुआ. Also Read – Sensex Today: कल की गिरावट के बाद संभला बाजार, सेंसेक्स 55,500 अंकों के ऊपर खुला, 16,500 के ऊपर निफ्टी

बाजार बंद होने से पहले 3:15 मिनट पर सेंसेक्स में करीब 1,100 अंकों की कमजोरी दिख रही थी. तब बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 2,00,60,161.09 करोड़ रह गया था. जबकि शुक्रवार यानी 19 फरवरी को यह 2,03,98,381.96 करोड़ पर बंद हुआ था. यानी 1 दिन में इसमें 3.3 लाख करोड़ से ज्यादा कमी आई है.

आइए, जानते हैं कि बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण क्या हैं?

1- कोरोना के बढ़ते मामलों से बढ़ी लॉकडाउन की आशंका

यूनाइटेड किंगडम (UK) सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन (New corona strain) का खतरा बढ़ गया है. भारत में भी महाराष्ट्र और एमपी सहित कुछ राज्यों में कोरोना वायरस के मामले फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं. महाराष्ट्र में तो अब यह भी कहा जाने लगा है कि अगर सरकार द्वारा बताए गए गाइडलाइंस को नहीं फॉलो करने पर लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया जाएगा. इससे शेयर बाजार के सेंटीमेंट (Market sentiment) कमजोर हुए हैं. इससे विदेशी निवेश में भी कमी आ सकती है. साथ ही घरेलू स्तर पर निवेशक सतर्क हुए हैं.

2- FPI निवेश में कमी

फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से बाजार में निवेश में कुछ कमी आते हुए दिखाई दी है. बाजार के हाई वैल्युएशन और कोरोना वायरस के फिर बढ़ रहे मामलों की वजह से ऐसा हुआ है. बीते शुक्रवार यानी 19 फरवरी को फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशकों ने बाजार से करीब 119 करोड़ रुपये निकाले हैं. इसकी वजह से बाजार में पिछले कुछ दिनों से मार्केट में कमजोर ट्रेंड देखा जा रहा है.

3- निवेश के लिए मजबूत सेंटीमेंट की कमी

शेयर बाजार में निवेश के लिए घरेलू और इंटरनेशनल स्तर पर किसी भी मजबूत सेंटीमेंट का अभाव दिख रहा है. पिछले कुछ दिनों से ग्लोबल इक्विटी में भी कमजोरी देखने को मिल रही है. आज भी विदेशी बाजारों से कमजोर संकेत मिल रहे हैं.

4- शेयर बाजार का हाई वैल्युएशन

शेयर बाजार का हाई वैल्युएशन भी चिंता का एक प्रमुख कारण है. इसी महीने सेंसेक्स 52, 500 के स्तर को पार किया था. यानी मार्च के लो से सेंसेक्स में 100 फीसदी से ज्यादा तेजी आ चुकी है. 45000 से 50000 और 52500 का स्तर छूने में सेंसेक्स को 4 महीने भी नहीं लगे. इसके अनुपात में देश की अर्थव्यवस्था में रिकवरी सुस्त है. इसलिए एक्सपर्ट भी निवेशकों को बाजार में संभलकर निवेश करने की सलाह दे रहे हैं.

5- आईटी शेयरों में बिकवाली

आज आईटी शेयरों में जोरदार बिकवाली आते हुए दिखाई दी. निफ्टी पर इंडेक्स करीब 3 फीसदी टूट गया है. टेक महिंद्रा में 4 फीसदी गिरावट है. टीसीएस और एचसीएल टेक में 3 फीसदी गिरावट है.

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